गर्भावस्था और मिथक –
गर्भावस्था का समय ख़ासकर महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा ही प्रफुल्लित होने का समय होता है | लेकिन समाज में कई तरह के मिथक चलते है | आज हम उन्ही मिथको को तोड़ते चलेंगे | मिथक हमेशा सच से कोसो दूर होते है | एक से एक मिथ है अगर कोई कॉफ़ी पि लेता है अपनी गर्भावस्था के दौरान -तो बच्चे पे ब्राउन स्पॉट हो जायेंगे |ऐसे बहुत से मिथ है जिसके बारे में आज बात करेंगे हम |
1 – माता की सुंदरता से पता लगाना लड़का होगा या लड़की ?
मिथ ये है की लड़किया माता की सुंदरता चुरा लेती है इसका दूसरा अर्थ ये है की अगर गर्भावस्था के दौरान अगर कोई महिला बहुत ही अट्रैक्टिव दिख रही है तो उसके पेट में लड़का है | और वास्तव में सचाई कुछ और है गर्भावस्था के दौरान हार्मोन्स में कई तरह के बदलाव होते है और थकावट होती है जिसका आपके चेहरे पे साफ़ प्रभाव दीखता है | कभी -कभी आप बहुत सूंदर भी दिख जाते हो कभी थोड़ा डल -लेकिन इसका तार कही से भी इस मिथक से नहीं जुड़ा है की लड़का है या लड़की |
2 – स्पाइसी फ़ूड खाने से-
बचा अँधा पैदा होता है – ये मिथ भी अजीब है अगर आप स्पाइसी फ़ूड गर्भावस्था के दौरान महिला को दिया जाये तो बच्चे के आँखों को प्रभवित करेगा और हो सकता है बच्चा अँधा पैदा हो सकता है | ये सच नहीं क्योकि स्पाइसी फ़ूड केवल महिला के पेट में जलन पैदा कर सकता है उसके अलावा कुछ भी नहीं |
३- बेकार जानवर देखने पे-
मिथ ये है की गर्भावस्था के दौरान महिला अगर कोई गन्दा या बदसूरत जानवर देख लेती है तो बच्चे की शक्ल भी वैसी होती है | जबकि सरासर गलत है | ऐसा कुछ नहीं होता और हर बच्चा खूबसूरत ही होता है | चाहे कोई कुछ भी कहे सुंदरता का कोई मापदंड नहीं होता है |
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