भारत ने पाकिस्तानी एम्बेसी के दो कर्मचारियों को क्या घोषित किया ?
भारत ने पाकिस्तानी एम्बेसी के २ कर्मचारियों को जासूसी करने के जुर्म में दिल्ली के करोलबाग़ के एक रेस्ट्रोरेंट से गिरफ्तार किया है और आपको बता दू इन पाकिस्तानी कर्मचारी को भारत की मिलेट्री इंटिलिजेंस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है | पुरे सबूतों के साथ पर्सोना नॉन ग्रेटा घोषितकर दिया | ये लोग लोगों को फसा के उनके द्वारा भारतीय फ़ौज की महत्वपूर्ण जानकारी और नक्शा प्राप्त करते थे |
और उनके इसके एवज २५ हजार कैश और एक iphone गिफ्ट करते थे | भारतीय पुलिस ने इनकी आवाज भी रिकॉर्ड की जब ये डीलिंग करते थे | भारतीय पुलिस ने गिरफ्तार करके ‘पर्सोना नॉन ग्रेटा-‘ घोषित कर दिया | जिससे इन्हे २४ घंटे में भारत को छोड़ना पड़ेगा |
पर्सोना नॉन ग्रेटा-ये टर्म है क्या ?
पर्सोना नॉन ग्रेटा (personae non grata ) लैटिन का प्लुरल शब्द है |इसका शाब्दिक अर्थ – अवांछित व्यक्ति( unwelcome person )है |इस लीगल टर्म का प्रयोग डिप्लोमेसी में किया जाता है |ये प्रदर्शित करता है की कोई विदेशी व्यक्ति को देश से बहिष्कार करने अधिकार देता है उसके बजाय आप किसी भी डिप्लोमैट को अरेस्ट और और कई कानून से बचाता है |डिप्लोमैट इम्युनिटी को उनके होस्ट देश के कई कानून से सुरक्षा प्रदान करता है |इसके शिकार कई बार नोबेल प्राइज विनर भी हो चुके है |
पीटर हंडके ऑस्ट्रिया लेखक है और उनको साहित्य को नोबेल पुरस्कार भी मिला था और उन्हें भी पर्सोना नॉन ग्रेटा घोषित कर दिया था | बस इसलिए क्योकि उन्होंने सर्बियन प्रेजिडेंट स्लोबोदान मिलोसेविच को सपोर्ट किया था |विएना कन्वेंशन डिप्लोमेटिक रिलेशन के आर्टिकल 9 में पर्सोना नॉन ग्रेटा कोई भी देश घोषित कर सकता है और किसी भी समय बिना कोई कारण बताये किसी भी डिप्लोमैट के स्टाफ को |
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