पेले और उनका जूता –
पेले दुनिया के महान फूटबाल खिलाडी में गिने जाते है।पेले का असली नाम एडिसन “एडसन” अरांटिस डो नैसिमेंटो है। लेकिन दुनिया उनके पेले के नाम से ही जानती है।फुटबॉल के विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों द्वारा उन्हें सर्वकालीन महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है।1999 में, उनको इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल हिस्ट्री एंड स्टैटिस्टिक्स (IFFHS) द्वारा शताब्दी के फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में चुना गया।अपने करियर में उन्होंने 760 अधिकृत गोल किये जिनमें से 541 लीग चैम्पियनशिपों में किये गए थे,जिसके कारण वे सर्वकालीन सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी माने जाते हैं।
कुल मिलाकर पेले ने 1363 खेलों में 1281 गोल किए।अपने मूल देश ब्राजील में पेले का राष्ट्रीय हीरो के रूप में सम्मान किया जाता है। वे फुटबॉल के खेल में अपनी उपलब्धियों और योगदान के लिये प्रसिद्ध हैं।वे ब्राजील की राष्ट्रीय टीम के सर्वकालीन अग्रणी स्कोरकर्ता हैं और तीन विश्व कप जीतने वाले दलों का हिस्सा बनने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।
ये बात 1970 फीफा के वर्ल्ड कप की है –
पेले की अगुआई में ब्राजील की 1970 की राष्ट्रीय टीम फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे महान टीमों में से एक थी।ब्राजील ने इटली के खिलाफ 1970 का फाइनल खेला था। फाइनल मैच की शुरुआती सीटी से ठीक पहले, पेले ने रेफरी से अपने स्नीकर्स बांधने के लिए थोड़ा सा वक्त लिया था।इनको 1970 फुटबॉल विश्व कप फाइनल में अपने जूते के फीते बांधने के लिए बहुत बड़ी राशि का भुगतान किया गया था।
कहा तो यहां तक जाता है कि इस घटना के बाद से ही प्रतिद्वंद्वी शू (जूता) कंपनियों एडिडास और प्यूमा के बीच तथाकथित ‘स्नीकर वॉर्स’ की शुरुआत हुई थी।द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के वर्षों में स्नीकर्स एथलेटिक्स की दुनिया का एक बड़ा हिस्सा बन गए थे।कौन सा एथलीट एडिडास पहनता था और कौन सा प्यूमा पहनता था,यह विषय दोनों कंपनियों की विज्ञापन के प्रमुख हिस्से थे।नतीजन कंपनियों ने खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने के लिए नई-नई तरकीबें निकालीं।
विज्ञापन का नायब तरीका –
Pele की अगुआई में ब्राजील की 1970 की राष्ट्रीय टीम फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे महान टीमों में से एक थी।ब्राजील ने इटली के खिलाफ 1970 का फाइनल खेला था।फाइनल मैच की शुरुआती सीटी से ठीक पहले, पेले ने रेफरी से अपने स्नीकर्स बांधने के लिए थोड़ा सा वक्त लिया। यह एक ऐसी घटना थी जिससे सभी की निगाहें पेले पर टिक गईं।तब सारे कैमरे उन पर फोकस हो गए, जब वह अपने प्यूमा (PUMA) के स्नीकर्स के फीते बांधने के लिए झुके।
प्यूमा ने कैसा बनाया इस प्रोसेस को –
चीजें तब दिलचस्प हो गईं जब प्यूमा ने ब्राजील की टीम के पास हंस हेनिंग्सन नाम का एक प्रतिनिधि भेजा। हेनिंग्सन एक रिपोर्टर थे।उनके ब्राजीली फुटबॉल टीम के साथ दोस्ताना रिश्ते थे।Pele और हेनिंग्सन ने कुछ समय साथ में बिताया। हालांकि, पेले इस बात से चिढ़ गए कि हेनिंग्सन ने पहले कभी क्यों उन्हें साइन करने की पेशकश की।अंत में, हेनिंग्सन ने एक साहसिक निर्णय लिया।कहा जाता है कि उन्होंने प्यूमा की मंजूरी के बिना पेले के साथ एक समझौता किया।
हेनिंग्सन ने 1970 विश्व कप के लिए पेले को 25,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 19 लाख रुपए) और अगले चार वर्षों के लिए एक लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 74 लाख रुपए) देने की पेशकश की।इसके अलावा प्यूमा ब्रांड स्नीकर्स की बिक्री का कुछ हिस्सा भी (इसका खुलासा नहीं किया गया) दिया गया।हेनिंग्सन ने अपने प्रस्ताव को आर्मिन डैस्लर (प्यूमा एंड डास्लर के तत्कालीन प्रमुख) को बताया।
आर्मिन प्रस्ताव पर सहमत हो गए। उन्होंने और हेनिंग्सन ने पेले को पैसे दे दिए। सौदे में था कि Pele फाइनल मैच के उद्घाटन से पहले जानबूझकर रेफरी से समय मांगेंगे ताकि सभी कैमरे उन पर फोकस हो जाएं। पेले ने ऐसा ही किया। उन्होंने फाइनल से पहले प्यूमा ब्रांड के स्नीकर्स के फीते बांधे। आप कल्पना कर सकते हैं कि इससे एडिडास कितना क्षुब्ध हुआ होगा। इसके साथ ही ‘स्नीकर वार्स’ शुरू हो गया।
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